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सोने का भाव प्रतिदिन बदलता रहता है। जब भी हम सोना खरीदने या बेचने जाते हैं तो हमें आज का सोने का भाव जानना बहुत जरूरी होता है। भारत में सोने का उपयोग सदियों से होता चला आ रहा है। भारतीय सोने का उपयोग आभूषणों, जेवरात, सिक्कों, आदि के रूप में करते आ रहे हैं। इस पोस्ट में आप जानेंगे की Aaj ka sone ka bhav Jaipur me kya hai और सोने से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण व रोचक तथ्य क्या हैं।
Aaj ka sone ka bhav jaipur me
को 22 कैरट सोने का आज का भाव प्रति ग्राम है।

Aaj ka sone ka bhav jaipur me कई प्रकार के कारकों पर निर्भर करता है जैसे मांग व आपूर्ति का अंतर, अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव, डॉलर के मुकाबले रूपए की कीमत, राजनैतिक तथा आर्थिक स्थिति, स्थानीय मांग आदि। इस कारण हर शहर में सोने के भाव में थोड़ा बहुत अंतर होता है। भारत के कुछ प्रमुख शहरों के aaj ka Sone ka bhav नीचे दिया गया है।
City | 22K सोने का भाव | 24K सोने का भाव |
---|---|---|
Delhi | ₹55,850 | ₹60,910 |
Mumbai | ₹55,700 | ₹60,760 |
Kolkata | ₹55,700 | ₹60,760 |
Chennai | ₹56,300 | ₹61,420 |
Jaipur | ₹55,750 | ₹60,910 |
Ahmedabad | ₹55,750 | ₹60,810 |
Hyderabad | ₹55,700 | ₹60,760 |
Punjab | ₹55,850 | ₹60,910 |
Lucknow | ₹55,850 | ₹60,910 |
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हॉलमार्क सोना क्या होता है?
हॉलमार्क एक आधिकारिक निशान होता है जो कीमती धातु जैसे सोने, चांदी या प्लेटिनम पर लगाया जाता है, जो धातु की शुद्धता और गुणवत्ता के बारे में बताता है। यह धातु की शुद्धता और गुणवत्ता को सत्यापित करने का एक तरीका होता है, साथ ही इससे उत्पादक या उस ऑफिस के बारे में जानकारी भी प्रदान की जाती है जो इसे सत्यापित करता है।
भारत में, भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) सोने के आभूषण और अन्य सोने की वस्तुओं की हालमार्किंग के लिए अधिकृत है। BIS हॉलमार्क पांच घटकों से मिलकर बनता है: BIS लोगो, कैरट और सोने की शुद्धता, जांच और हालमार्किंग केंद्र का लोगो, ज्वेलरी की पहचान चिह्न और हालमार्किंग का वर्ष।
BIS हॉलमार्क उपभोक्ताओं के लिए महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह उन्हें यह विश्वास रहता है कि वे जो सोना खरीदने जा रहे हैं वह शुद्ध है, उसमें किसी तरह की मिलावट नहीं की गयी है। हॉलमार्क के निशान को देखकर वे किसी प्रकार की धोखाधड़ी से बच सकते हैं।
सोना कितने प्रकार का होता है?
सोना शुद्धता के आधार पर कई प्रकार का होता है, जैसे 24 कैरट, 22 कैरट, 18 कैरट आदि। इन सभी सोने के प्रकारों में सोने की मात्रा के आधार पर अंतर पता किया जाता है।
- 24 कैरट सोना – इसमें 100%सोना होता है तथा यह सबसे शुद्ध सोना होता है।
- 22 कैरट सोना – इसमें 91.67% सोना होता है।
- 18 कैरट सोना – इसमें 75% सोना होता है।
- 14 कैरट सोना – इसमें 58.33% सोना होता है।
- 9 कैरट सोना – इसमें 37.5% सोना होता है।
इनके अलावा, सोने के अन्य प्रकार होते हैं जैसे व्हाइट गोल्ड, रोज गोल्ड, ग्रीन गोल्ड, ब्लैक गोल्ड आदि, जो अन्य धातुओं के साथ सोना मिलाकर बनाये जाते हैं।
Aaj ka sone ka bhav jaipur me कैसे निर्धारित होता है?
भारत में सोने का भाव अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव, सोने की मांग और आपूर्ति, डॉलर के मुकाबले रूपए की कीमत, राजनैतिक व आर्थिक स्थिति तथा स्थानीय मांग आदि कारकों पर निर्भर करता है। ये सभी कारक सोने के भाव को निम्न प्रकार से प्रभावित करते हैं।
- सोने का अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भाव
- सोने की मांग और आपूर्ति
- डॉलर के मुकाबले रूपए की कीमत
- राजनैतिक और आर्थिक स्थिति
- स्थानीय मांग
सोने का अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भाव
सोना पुरे विश्व में एक महत्वपूर्ण धातु के रूप में स्थान रखता है। दुनिया के सभी बड़े देश आपातकालीन स्थिति से बचने के लिए सोने का भंडार रखते हैं। सोना आज भी विश्व अर्थव्यवस्था का केंद्र है। इसीलिए अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने की खरीद फरोख्त चलती रहती है। इसके कारण भारत में भी सोने की कीमतें बदलती रहती हैं। जब भी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें बढ़ती हैं तो भारत में भी सोने की कीमतें बढ़ जाती हैं।
सोने की मांग और आपूर्ति
लगभग हर किसी चीज की कीमत पर मांग और आपूर्ति का फर्क पड़ता है। ऐसे ही जब भी सोने की मांग किसी वजह से बढ़ जाती है और उसकी आपूर्ति उतनी नहीं हो पाती तो सोने की कीमत बढ़ जाती है। इसके उलट जब भी सोने की आपूर्ति ज्यादा होती है, लेकिन मांग कम रहती है, तो उस समय सोने की कीमत कम हो जाती है।
डॉलर के मुकाबले रूपए की कीमत
जैसा की हम जानते हैं की सोने की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार से तय होती हैं। ऐसे में जब भी डॉलर के मुकाबले रूपया कमजोर होता है तो भारत में सोने की भाव बढ़ जाते हैं। और यदि रूपया मजबूत होता है तो सोने के भाव में कमी आती है।
राजनैतिक और आर्थिक स्थिति
किसी देश की राजनैतिक और आर्थिक स्थिति भी सोने की कीमत निर्धारित करने में मत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यदि किसी देश की राजनैतिक या आर्थिक स्थिति कमजोर होती है तो वहां सोने के भाव बढ़ जाते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि राजनैतिक या आर्थिक अस्थिरता के समय उस देश की मुद्रा का अवमूल्यन हो जाता है। लेकिन सोने की अपनी कीमत होती है, जिसे बेचकर मुश्किल समय में पैसा प्राप्त किया जा सकता है।
स्थानीय मांग
इन सभी कारकों के अलावा कुछ स्थानीय कारक भी होते हैं जिनका असर सोने के भाव पर पड़ता है। जैसे किसी विशेष स्थान पर किसी त्यौहार या अन्य अवसर पर सोने की मांग अचानक बढ़ जाती है, तब भी सोने का भाव बढ़ जाता है।
Note: All the prices sown in are for informational purpose only. You must verify the prices from local jewellers. These prices are as per the website goodreturns.in.